हरजीराम बुरडक
हरजीराम बुरडक राजस्थान में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। आपका जन्म नागोर जिले के भरनावा गांव में 15 जुलाई 1931 को हुआ। आप वर्ष 1967 से लाडणु विधानसभा क्षेत्र से निम्नासुर विधायक रहे:
- 1967 - स्वतंत्र
- 1977 - जनता पार्टी
- 1985 - लोकदल पार्टी
- 1993 - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी
- 1998 - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी
- 2003 - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी
- 2008 - निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में छठी बार विधायक निर्वाचित हुए
जीवन परिचय
[संपादित करें]श्री हरजीराम बुरडक का जन्म 15 जुलाई 1931 को नागौर जिले की लाडनूं तहसील के ग्राम भरनावां में श्री लूणाराम बुरडक के घर में हुआ। आपने भाषा रत्न-हिन्दी तक शिक्षा प्राप्त की। आपका संवत् 2004 में श्रीमती हस्तीदेवी के साथ विवाह हुआ। व्यवसाय से कृषक श्री बुरडक चौथी, छठीं, आठवीं एवं दसवीं तथा ग्यारहवीं राजस्थान विधान सभा के सदस्य रहे। इस अवधि में आप विधान सभा की राजकीय उपक्रम समिति के सभापति, सदस्य, अधीनस्थ विधान संबंधी समिति के सदस्य रहे। ग्रामीण विकास, सहकारिता और पंचायतीराज से सम्बद्ध रहे श्री बुरडक ग्राम पंचायत सांडास, ग्राम पंचायत भरनावां के क्रमशः तीन -चार बार सरपंच, पंचायत समिति लाडनूं के तीन बार प्रधान रहे। आप जिला सहकारी संघ, नागौर के अध्यक्ष, केन्द्रीय सहकारी बैंक, नागौर के अध्यक्ष भी रहे। वर्ष 1977-80 में श्री बुरडक जोधपुर विश्वविद्यालय, जोधपुर के सीनेट एवं सिण्डीकेट तथा वी॰सी॰ चयन समिति के सदस्य रहे। श्री बुरडक राजस्थान राज्य सहकारी बैंक के संचालक भी रहे। श्री बुरडक वर्ष 1977-78 में राजस्थान प्रदेश जनता पार्टी के उपाध्यक्ष, वर्ष 1990-91 में राजस्थान प्रदेश जनता दल के अघ्यक्ष तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे। आप पश्चिमी रेलवे सलाहकार समिति, मुंबई के सदस्य तथा राजस्थान पंचायत राज संघ के महामंत्री भी रहे। समाज सेवा के क्षेत्र में श्री बुरडक ने शिक्षा के प्रसार-प्रचार हेतु साक्षरता केन्द्रों का संचालन तथा असहाय व्यक्तियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के कार्यों में सेवाएं दी हैं। आपकी पत्र पत्रिकाओं के अध्ययन एवं लेखन में विशेष अभिरूचि रही। श्री बुरडक तेरहवीं राजस्थान विधान सभा के लिए लाडनूं (नागौर) क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में छठी बार विधायक निर्वाचित हुए।