भाषा सम्मान पुरस्कार
भाषा सम्मान पुरस्कार एक भारतीय साहित्यिक पुरस्कार जो हर साल प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार के वितरण का प्रारंभ साहित्य अकादमी ने १९९६ से किया। साहित्य अकादमी मान्यता-प्राप्त २४ भारतीय भाषाओं में साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान करती है। इसलिए भाषा सम्मान पुरस्कार को गैर-मान्यता प्राप्त भाषाओं में साहित्यिक रचनात्मकता के साथ ही शैक्षिक अनुसंधान को स्वीकार और बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया था। यह लेखकों, विद्वानों, संपादकों, संग्रहकर्ताओं, कलाकारों या अनुवादकों को प्रस्तुत किया जाता है जिन्होंने संबंधित भाषाओं के प्रचार, आधुनिकीकरण या संवर्धन में काफी योगदान दिया है।[1]
सन्मान में एक पुरस्कार पट्टिका के साथ १ लाख रुपये दिये जाते है। १९९६ में पुरस्कार की धनराशी रुपये २५,००० थी। ये सन २००१ में बढ कर रुपये ४०,०००, सन २००३ में रुपये ५०,०००, और सन २००९ में १ लाख रुपये हुई। यह सम्मन प्रत्येक वर्ष ३-४ व्यक्तियों को विभिन्न भाषाओं में दिए जाते हैं जो कि विशेषज्ञों की समितियों की सिफारिश के आधार पर होता है।[1]
विजेता
[संपादित करें]इस पुरस्कार के विजेता इस प्रकार हैं: [2]
वर्ष | विजेता | भाषा / कार्य |
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१९९६ | चंद्रकान्त मुरासिंग | ककबरक भाषा |
धारिकशन मिश्रा | भोजपुरी भाषा | |
के॰ जथप्पा राय | तुलु भाषा (संयुक्त रूप से प्राप्त) | |
मंदारा केशव भट | ||
बंसी राम शर्मा | पहाड़ी भाषा (संयुक्त रूप से प्राप्त) | |
एम॰ आर॰ ठाकुर | ||
१९९७ | डॉ॰ डॉमन साहू 'समीर' | संथाली भाषा |
जेम्स डोखुमा | मिज़ो भाषा | |
देवी सिंह खोंगदुप | खासी भाषा | |
१९९८ | दयानिधि मलिक | कुई भाषा |
ताशी रबजीस | लद्दाखी भाषा | |
डॉ॰ भगवानदास कुबेरदास पटेल | भीली भाषा | |
१९९९ | लेलेविन आर॰ मारक | गारो भाषा |
डॉ॰ एम॰ एम॰ मुन्डु | मुंडारी भाषा | |
एस वी सुब्रमण्यम | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
श्याम मनोहर पांडे | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२००० | पासांग शेरिंग लेपचा | लेपचा भाषा |
कृष्णा पाटिल | अहिराणी भाषा | |
चिमनलाल शिवशंकर त्रिवेदी | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
जयकांत मिश्रा | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२००१ | मोती बी॰ ए॰ | भोजपुरी भाषा |
मोहम्मद इस्त्राईल असर | गोजरी भाषा | |
टी॰ वी॰ वेंकटाचल शास्त्री | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
टी॰ कोटेश्वर राव | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२००२ | राम प्रसाद सिंह | मगही |
मधु राम बारो | बोडो भाषा | |
मानिक धनपलवार | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२००३ | बिहारी लाकड़ा | कुरुख भाषा |
मंगत रवीन्द्र | छत्तीसगढ़ी भाषा | |
मोहम्मद वारिस किरमानी | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
केशवानंद देव गोस्वामी | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२००४ | बिनोद कुमार नाइक | हो भाषा |
हिरा लाल शुक्ला | गोंडी भाषा | |
कमलेश दत्ता त्रिपाठी | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
एच॰एच॰महामेधनंदनाथ सरस्वती (पं॰ दुखीशाम पट्टानायक) |
शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२००५ | डॉ॰ डौविटूओ कुओली | अंगामी भाषा |
बिदर सिंग क्रो | कार्बी भाषा | |
डॉ॰ नारायण हेमनदास | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
डॉ॰ एल॰ बसवराजु | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२००६ | के॰ आर॰ सेथुरामन | सौराष्ट्र भाषा और साहित्य (संयुक्त रूप से प्राप्त) |
थाडा सुब्रमण्यम | ||
किलेन्सवा आओ | आओ भाषा और साहित्य | |
वेन्तुरी आनंद मूर्ति | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
हम्पा नागराज्य | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२००७ | डॉ॰ गौतम चंद शर्मा | हिमाचल भाषा और साहित्य (संयुक्त रूप से प्राप्त) |
डॉ॰ प्रत्युश गुलेरी | ||
डॉ॰ शशिनाथ झा | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य, मैथिली | |
एस॰ सेत्तार | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य, कन्नड़ | |
२००८ | तेजपाल दर्षी शाह 'तेज' | कच्छी भाषा (संयुक्त रूप से प्राप्त) |
माधव जोशी 'अश्क' | ||
प्रेम लाई भट्ट | गढ़वाली भाषा (संयुक्त रूप से प्राप्त) | |
सुदामा प्रसाद 'प्रेमी' | ||
डॉ॰ कैलाश बिहारी द्विवेदी | बुंदेली भाषा (संयुक्त रूप से प्राप्त) | |
डॉ॰ राम नारायण शर्मा | ||
विश्वनाथ पाठक | अवधी भाषा | |
विश्वनाथ आनंदराव खैरे | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य, मराठी भाषा | |
सुरेंद्रनाथ सत्पथी † | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य, ओडिया भाषा | |
२००९ | डॉ॰ गिरिजाशंकर रे | राजबंशी भाषा |
निरंजन चकमा | चकमा भाषा | |
कोरलापति श्रीराम मूर्ति | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य, तेलुगू भाषा | |
डॉ॰ गुरुदेव सिंह | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य, पंजाबी भाषा | |
२०१० | एस एस मजाव | खासी भाषा |
मंदीरा जावा एपन्ना | कोडावा भाषा (संयुक्त रूप से प्राप्त) | |
अदान्दा सी॰ करिअप्पा | ||
ताबुरम तइद | मिसिंग भाषा | |
हसू याज्ञिक | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य, सिन्धी भाषा | |
नारायण चंद्र गोस्वामी | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य, असमिया भाषा | |
२०११ | सोंदर सिंह मजाव | खासी भाषा |
डॉ॰ पुथुसेरी रामचंद्रन | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
डॉ॰ विश्वनाथ त्रिपाठी | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२०१२ | डॉ॰ रामचंद्र रमेश आर्य | बंजारा भाषा (संयुक्त रूप से प्राप्त) |
मोतिराज भजनू राठौड़ | ||
महादेव सावजी आन्धेर | वार्ली | |
सत्यबाती गिरि | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
सुमेरचंद केसरीचंद जैन | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२०१३ | वसंत निरगुण | भीली भाषा |
डॉ॰ जसपाल सिंह | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
डॉ॰ के॰ मीनाक्षी सुंदरम | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२०१४ | मथुरादत्त मथपाल | कुमाऊनी भाषा (संयुक्त रूप से प्राप्त) |
चारू चंद्र पांडे | ||
श्रीकांत बहुलकर | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
आचार्य मुनीश्वर झा | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य | |
२०१५ | टी॰ एस॰ सरोजा सुंदरराजन | सौराष्ट्र भाषा (संयुक्त रूप से प्राप्त) |
टी आर दामोदरन | ||
हरिहर वैष्णव | हल्बी भाषा | |
जिलॉन्ग थुपस्तान पालदान | लद्दाखी भाषा (संयुक्त रूप से प्राप्त) | |
लोज़ांग जमस्पाल | ||
डॉ॰ निर्मल मिनज़ | कुरुख भाषा | |
नगल्ला गुरूप्रसाद राव | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य (दक्षिणी) | |
डॉ॰ आनंद प्रकाश दीक्षित | शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य (उत्तरी) | |
२०१६ | डॉ॰ शेश आनंद मधुकर | मगही भाषा |
- † - मरणोपरांत सम्मानित किया गया
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अ आ "Bhasha Samman" [भाषा सम्मान]. साहित्य अकादमी (अंग्रेज़ी में). २६ जुलाई २०१७. मूल से 24 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २६ जुलाई २०१७.
- ↑ "Bhasha Samman Awardees (1996-2016)" [भाषा सम्मान विजेता (१९९६-२०१६)]. साहित्य अकादमी (अंग्रेज़ी में). २६ जुलाई २०१७. मूल से 5 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २६ जुलाई २०१७.