नैना देवी हिमालयन पक्षी संरक्षण रिजर्व
नैना देवी हिमालयन पक्षी संरक्षण रिजर्व | |
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अवस्थिति | नैनीताल जिला, उत्तराखण्ड |
निकटतम शहर | नैनीताल |
निर्देशांक | 29°22′47.9994″N 79°27′0″E / 29.379999833°N 79.45000°Eनिर्देशांक: 29°22′47.9994″N 79°27′0″E / 29.379999833°N 79.45000°E |
स्थापित | 2015 |
नैना देवी हिमालयन पक्षी संरक्षण रिजर्व भारत में उत्तराखण्ड राज्य के नैनीताल जिले में स्थित एक वन्यजीव अभ्यारण्य है। यह आरक्षित वन उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र में स्थित है, और नैनीताल वन प्रभाग के दायरे में आता है। वर्तमान में नैनीताल वन प्रभाग में कई पक्षी विहारपथ और वन क्षेत्र हैं, जिनमें समशीतोष्ण चौड़ी पत्ती वाले वनों और अल्पाइन घास के मैदानों से लेकर रोडोडेंड्रोन झाड़ियों तक विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे स्थित हैं। अलग-अलग ऊंचाइयों वाले क्षेत्र में फैला होना इस वन क्षेत्र को पक्षियों की एक बड़ी संख्या को संभाल सकने में सक्षम बनाता है।
भूगोल
[संपादित करें]अभयारण्य के अंतर्गत आने वाला कुल अधिसूचित क्षेत्र १११.९ वर्ग किमी है। इस अभयारण्य की परिधि के अंदर और आसपास कई छोटे नगर हैं, जिनमें बड़ापत्थर, किलबरी, विनायक आदि प्रमुख हैं। कई सहायक नदियाँ भी इस वन क्षेत्र से होकर बहती हैं, जो आगे जाकर रामगंगा नदी में मिलती हैं। उत्तर की ओर से बहने वाली ये सहायक नदियाँ इस वन की जैव विविधता को और समृद्ध करती हैं।
जैव विविधता
[संपादित करें]यह अभयारण्य पैलिआर्कटिक जैवभूक्षेत्र और इंडोमलायन जैवभूक्षेत्र के संगम पर पड़ता है, जो स्तनधारी और पक्षी जीवों की एक विशाल विविधता को आश्रय प्रदान करता है।
प्राकृतिक इतिहास
[संपादित करें]जैवक्षेत्र
[संपादित करें]इस वन्यजीव अभयारण्य के अंदर प्राथमिक तौर पर निम्नलिखित पारिक्षेत्र हैं:
- हिमालय उपोष्ण पृथुपर्णी वन, उष्ण और उपोष्ण आर्द्र पृथुपर्णी वन बायोम,
- हिमालय उपोष्णकटिबन्धीय चीड़ वन, उष्णकटिबन्धीय एवं उपोष्ण शंकुधारी वन बायोम,
- पश्चिम हिमालयी उपअल्पाइन शंकुधर वन, शीतोष्ण शंकुधारी वन बायोम, और
- पश्चिमी हिमालयी अल्पाइन झाड़ियाँ और पर्वतीय घास के मैदान और झाड़ियाँ बायोम।
ये सभी ठेठ नेपाल - भारत के पहाड़ी क्षेत्र में पाये जाने वाले बायोम हैं। यहां के वन प्रकारों में उप-अल्पाइन रोडोडेंड्रोन वन, सनोबर-बांज वन और चौड़ी पत्ती वाले सदाबहार वन शामिल हैं। यह वनक्षेत्र बांज के पेड़ों की पांच अलग-अलग प्रजातियों को आश्रय देने के लिए भी जाना जाता है।[1]
पशुवर्ग
[संपादित करें]नैना देवी हिमालयन बर्ड कंजर्वेशन रिजर्व में पायी जाने वली पक्षियों में पियोरा, चकोर, कोकलास, कालिज, गोल्डक्रेस्ट, रूफस सिबिया, रेड-बिल्ड लियोथ्रिक्स, ब्लैक-चिन्ड बब्बलर, चेस्टनट-बेलिड नटहैच, ब्लैक-थ्रोटेड टाइट, रॉक बंटिंग, ग्रीन-टेल्ड सनबर्ड और येलो-ब्रेस्टेड ग्रीनफिंच जैसी प्रजातियां शामिल हैं। कुछ लुप्तप्राय पक्षी जैसे दाढ़ी वाले गिद्ध और हिमालयी गिद्ध भी यहाँ देखे जा सकते हैं।
जो स्तनधारी इस अभयारण्य में नियमित रूप से देखे जाते हैं, वे हैं काकड़, पीले गले वाला नेवला, स्टोआट, पहाड़ी नेवला और पीला-पेट रासू। इनके अलावा, हिमालयाई घोरल और पिका वंश के कुछ अन्य जीव भी अधिक ऊंचाई पर पाये जाते हैं। इस वन्यजीव अभयारण्य में आमतौर पर देखे जाने वाले अन्य स्तनधारियों में कई प्रकार के चमगादड़ और ऑक्टोनिडे परिवार के रॉयल पिका शामिल हैं।
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नैना पीक वन में देखा गया रूफस सिबिया पक्षी
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गोल्डक्रेस्ट(रेगुलस हिमालयासिस)
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कालिज(लोफुरा ल्यूकोमेलानोस हैमिल्टन)
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Wildlife Conservation News - Environmental Conservation Articles | Sanctuary Asia - The Voice of Wild India". 4 March 2016. मूल से 4 March 2016 को पुरालेखित.
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- www.nainitalzoo.org.in Archived 2 अप्रैल 2015 at the वेबैक मशीन