ना आना इस देश लाडो
दिखावट
ना आना इस देश लाडो | |
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शैली | पारिवारिक नाट्य |
निर्देशक | अंशुमान महादेव सिंह दिनेश महादेव इन्दर दास |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिंदी |
सीजन की सं. | 1 |
एपिसोड की सं. | 870 |
उत्पादन | |
निर्माता | श्यामशीश भट्टाचार्य |
उत्पादन स्थान | वीरपुर |
कैमरा स्थापन | बहु-कैमरा |
प्रसारण अवधि | 20 मिनट |
उत्पादन कंपनी | शाकुन्तलम् टेलीफिल्म्स |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | राज टीवी |
प्रसारण | 9 मार्च 2009 27 जुलाई 2012 | –
ना आना इस देश लाडो एक हिंदी धारावाहिक है। यह धारावाहिक सबसे पहले कलर्स पर प्रसारित हुआ था, जिसके बाद यह धारावाहिक राज टीवी पर प्रसारित हुआ। इस धारावाहिक को तमिल नाडु में बहुत पसन्द किया गया। इसके हर अभिनेताओं के अभिनय को सराहा गया। सन् 2017 में इसने कलर्स पर अपने सीजन 2 लाडो - वीरपुर की मर्दानी के साथ टेलीविजन पर वापसी की पर सन् 2018 में यह शो बन्द हो गया।
पठ कथा
[संपादित करें]इसकी कथा बेटी बचाओ अभियान से संबंधित है। जिसमे अम्माजी (मेघना मलिक) का अभिनय जबरदस्त है। धारावाहिक में ये दर्शाया जाता है की वीरपुर में बेटियों की जन्म के बाद ही हत्या कर दी जाती है, इसलिये वहां कोई बेटी नहीं है। फिर एक लड़की आती है और बेटी हत्या के इस मुद्दे का जम कर विरोध करती है, और लोगों की घटिया सोच को बदल देती है।