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ग्राउंड रिपोर्ट हिंदी

खरमोर के संरक्षण में कहां रह गई कमी, मध्य प्रदेश में विलुप्त!

By Sanavver Shafi

बढ़ती पवन चक्कियां, बदलती खेती और स्थानीय समुदाय व वन विभाग के तालमेल की कमी से राज्य में शून्य हुई मध्य प्रदेश में खरमोर की संख्या, संरक्षण की बात केवल कागज़ों तक सिमटी।

MP के पांढुर्ना में प्लास्टिक को लैंडफिल में जाने से रोक रहे हैं अरुण

By Chandrapratap Tiwari

अरुण पांढुर्ना में पिछले तीन सालों से प्लास्टिक को रिसाइकल कर रहे हैं। अरुण इसे प्लास्टिक प्रदूषण की वैश्विक समस्या के समाधान के साथ ही, लोगों को रोजगार प्रदान करने के एक माध्यम के तौर पर देखते हैं। 

वनाग्नि से जंग लड़, बैतूल के युवा आदिवासी बचा रहे हैं जंगल और आजीविका

By Sanavver Shafi

बैतूल के आदिवासियों ने जंगल में लगने वाली आग को रोकने के लिए अपने वनोपज संग्रहण करने के तरीकों में भी बदलाव किया है और इस प्रयास का असर भी हुआ है वर्ष 2021 की तुलना में आग लगने की घटनाएं 90 फीसदी तक कम हुई हैं।

एमपी के मंडला से विलुप्त होती रामतिल, मिलेट मिशन पर सवाल खड़े करती है

By Chandrapratap Tiwari

रामतिल को मंडला के स्थानीय लोग जगनी बुलाते हैं। इस अनाज का उपयोग खाद्य तेल, आहार, पेंट, और साबुन उद्योग में भी किया जाता है। लेकिन मंडला के किसान अब रामतिल की खेती छोड़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारत में भी पिछले तीन दशकों में रामतिल का उत्पादन लगातार घटा है।

सरकार के भरोसे खेतों में वेयरहाउस बनाकर कर्ज़दार बन रहे एमपी के किसान

By Sanavver Shafi

मध्य प्रदेश में किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उन्हें खेतों में वेयरहाउस बनाने के लिए सब्सिडी दी गई लेकिन अब उत्पादन क्षमता से अधिक गोदाम बन चुके हैं और ये वेयरहाउस संचालक मुसीबत में हैं। ग्राउंड रिपोर्ट हिंदी

मध्यप्रदेश में सोयाबीन किसान MSP पर खरीदी से भी नाखुश, आंदोलन जारी

By Sanavver Shafi

ग्राउंड रिपोर्ट ने किसान, सरकार और विशेषज्ञों से बात कर एमएसपी पर सोयाबीन की खरीदी और लागत के अंतर को समझने का प्रयास इस रिपोर्ट में किया है।

मध्यप्रदेश में बदहाल पशु चिकित्सा व्यवस्था को उबारती पशु सखियां

By Chandrapratap Tiwari

अक्सर पशुओं के बीमार होने पर पशुपालक इन्हे आवारा छोड़ देते हैं। लेकिन मध्यप्रदेश के मंडला जिले की पशु सखियां गांव के पशुओं की देखभाल करके इस समस्या का समाधान और अपने जीवन के नए मायने तलाश रही हैं।

अलीराजपुर में समुदाय के प्रयास से जीवित हुआ जंगल मगर सामुदायिक वनाधिकार के लिए संघर्ष जारी

By Shishir Agrawal

अलीराजपुर में जंगल से आदिवासी अपने ज़रूरत की चीज़ें भी प्राप्त करते हैं और लगातार निगरानी करके यह सुनिश्चित भी करते हैं कि जंगल न कटने पाए, जंगल की रक्षा के लिए वो पहरा भी देते हैं।

गरीबी में सिलिको ट्यूबरक्लोसिस से लड़ रहे गंज बासौदा के खदान मज़दूर

By Pallav Jain

मध्य प्रदेश में विदिशा जिले के गंज बासौदा ब्लॉक में पत्थरों की अवैध खदानें ही यहां के लोगों के लिए रोज़गार का एकमात्र ज़रिया है। लेकिन यह काम उन्हें सिलिको ट्यूबरक्लोसिस जैसी गंभीर बीमारी की ओर धकेल रहा है।

दाल रोटी के सहारे टीबी से लड़ रहे विदिशा में कुचोली गांव के आदिवासी

By Pallav Jain

टीबी रोगियों को ठीक होने में प्रोटीन युक्त भोजन सहायक होता है। प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन मांसपेशियों की हानि को रोकने, उपचार को बढ़ावा देने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करने में सहायक होता है।

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